13 Vrindavan me ghumne ki jagah:-दोस्तों, वृंदावन, उत्तर प्रदेश राज्य का एक अत्यंत पवित्र शहर है। जब भी वृंदावन का नाम आता है, तो आपके मन में तो भगवान कृष्ण की प्रतिमा ही खड़ी हो जाती है। इसका कारण है कि वृंदावन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं के लिए अभिज्ञान है। वृंदावन के हर कोने-कोने में आपको कृष्ण का प्रतिष्ठान मिलता है। यहाँ वहाँ घूमते समय आपको हर मोहल्ले में कृष्ण की विभिन्न रूपों की मूर्तियाँ मिलेंगी। जब भी कोई व्यक्ति वृंदावन आता है, वहां का माहौल उन्हें भगवान श्रीकृष्ण के साथ एक अद्वितीय जुड़ाव का आभास कराता है।
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Toggleयदि आप भी वृंदावन के इस अद्वितीय अनुभव का हिस्सा बनने का इरादा रख रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए ही है। इस लेख में, हम आपको वृंदावन में घूमने की अनुभूतियों के लिए कुछ सुझाव (10 Vrindavan me ghumne ki jagah) देंगे और वृंदावन से जुड़ी कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे। इसलिए, आप इस लेख को अंत तक पढ़ें और वृंदावन के इस अद्वितीय साक्षात्कार का आनंद लें।
Some interesting facts of Vrindavan (वृंदावन के कुछ रोचक तथ्य)
- भगवान कृष्ण की जन्मभूमि: वृंदावन, भगवान कृष्ण का जन्मस्थान माना जाता है, जहां उन्होंने अपनी बाल लीलाएं आरंभ की थीं।
- बांके बिहारी मंदिर: वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर, भक्तों के बीच में एक बहुत प्रसिद्ध हिन्दू मंदिर है जिसमें भगवान कृष्ण की मूर्ति स्थित है।
- गोपियों की रास लीला: वृंदावन में हुई गोपियों की रास लीला का स्थल, माथुरा के कासी घाट के पास है, जहां कृष्ण ने अपनी अनंत प्रेम कहानियाँ रचीं।
- श्री राधा रानी मंदिर: यह मंदिर वृंदावन में श्री राधा रानी को समर्पित है, और यहां भक्त राधा-कृष्ण के प्रेम और भक्ति में लीन होते हैं।
- गोवर्धन पर्वत: वृंदावन के पास स्थित गोवर्धन पर्वत, कृष्ण के बचपन की एक महत्वपूर्ण घटना के स्थल के रूप में जाना जाता है।
- वृंदावन के पुलिस गायें: वृंदावन में पुलिस गायें भी स्थानीय प्रमुखता हैं, जो शहर की सुरक्षा के साथ-साथ धार्मिक आधार पर भी महत्वपूर्ण हैं।
- वृंदावन के अनेक कुंज: वृंदावन में कई कुंज (छोटे रासमंडल) हैं, जो कृष्ण और राधा के प्रेम के स्थल के रूप में महत्वपूर्ण हैं।
- गोपीयों की होली खेलना: वृंदावन में होली का त्योहार विशेष रूप से मनाया जाता है, और गोपियाँ और भक्तों के बीच होली खेलना एक आदर्श परंपरा है।
- वृंदावन का लोकनृत्य: यहां के लोकनृत्य (फोल्क डांस) में भक्तों को कृष्ण भक्ति और धार्मिकता का अनुभव होता है।
- कांस का मकान: वृंदावन में कांस का मकान, कृष्ण के बचपन की कहानियों में महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है, जहां कांस ने कृष्ण को मारने के लिए अनेक षड्यंत्र रचे।
Places to visit in vrindavan(वृन्दावन में घूमने की जगहें)
वृन्दावन बिहारी जी – श्री बांके बिहारी मंदिर
श्री बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है, जहां भक्तों का दिल हर पल कृष्ण के साथ है। यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है और यहां की विशेषता है भक्तों को भगवान के सखा बनकर महसूस करने का अनुभव करना।
मंदिर की प्रमुख मूर्ति है “श्री बांके बिहारीजी,” जिन्होंने अपनी मिस्ती मुस्कान और प्यारे स्वभाव के लिए बहुत प्रसिद्धता प्राप्त की है। मंदिर में भक्तों को विशेष रूप से बच्चों के साथ कृष्ण भक्ति में रमने का आनंद होता है।
मंदिर की स्थापना के पीछे एक रोचक कथा है, जिसमें कहा जाता है कि जब मंदिर की मूर्ति की निर्माण कार्य में कोई रुकावट आई तो भगवान खुद ही साकार रूप में आकर सहायता करने पहुंचे थे।
मंदिर का वातावरण शांति और भक्ति से भरा हुआ है। यहां रोज़ हज़ारों भक्त आते हैं और अपनी मन की बातें भगवान से कहते हैं। मंदिर के आस-पास की गलियों में भी भगवान कृष्ण के लीलाओं के स्थल हैं जो भक्तों को अपने में खोने में मदद करते हैं।
इस मंदिर की सुंदरता, शांति, और भक्ति भरी आत्मा बनाए रखने के लिए लोग यहां बार-बार आते हैं, भगवान के साथ एक अद्वितीय संबंध बनाने के लिए।
सुबह 8:45 से दोपहर 1:00 बजे और शाम 4:30 बजे से 8:30 बजे (सर्दियों में)
वृंदावन की प्रसिद्ध मंदिर – प्रेम मंदिर
वृंदावन की गलियों में, प्रेम मंदिर है जो हमारे दिल को छू लेता है। यहां भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम की कहानी बसी है, और यहां आने वाले हर भक्त को एक अद्वितीय अनुभव मिलता है।
मंदिर की ऊँची शिखरें और सुंदर प्रांगण में चलना ही एक खास महसूस होता है। प्रेम मंदिर में, हम भगवान के साथ हमारी मिलन की चाह में लिपटे हैं, और राधा रानी के साथ उनके प्रेम की मिठास में खो जाते हैं।
मंदिर के चारों ओर के स्थानों में, हमें आत्मा को शांति और प्रेम में डूबने का अवसर मिलता है। ध्यान और चैन की अनुभूति के लिए यहां बेंचें और हरियाली से भरे बाग-बगिचे हैं।
प्रेम मंदिर में आयोजित होने वाली विशेष आरती और संकीर्तन कार्यक्रमें भक्तों का समर्थन होता है, जो एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं। इस मंदिर का दौरा करना हर व्यक्ति को एक नया और अद्वितीय सात्विक संबंध बनाने का एक अवसर प्रदान करता है।
Location:-श्री कृपालु महाराज जी मार्ग, रमन रेती, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Timeing :- सुबह 8:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4: 30 बजे से शाम 8:30 बजे
वृंदावन की सबसे अच्छी जगह – इस्कॉन मंदिर
इस्कॉन मंदिर, वृंदावन के बारे में बात करें तो यह बिलकुल दिल से आता है। यह एक ऐसा धार्मिक स्थल है जो भगवान कृष्ण के समर्पित है और जिसका आभास होता ही है जब आप वहां पहुंचते हैं।
मंदिर में भगवान कृष्ण की मूर्ति इतनी आकर्षक है कि आप उसके सामने खड़े होकर बस देखते ही रह जाते हैं। इसका नाम “श्री राधा मधन मोहन” है और यहां आने वाले लोग इस मूर्ति के सामने अपनी भक्ति का अनुभव करते हैं।
मंदिर का आस-पास का माहौल बहुत ही शांतिपूर्ण है। यहां के बगीचे में घूमना अद्वितीय अनुभव है, और वहां आकर लोग ध्यान, प्रार्थना और आत्मा की शांति के लिए समय बिताते हैं।
इस्कॉन मंदिर में अक्सर भजन, कीर्तन और पूजा का आयोजन होता है, जो भक्तों को ध्यान में लाने में मदद करता है। यहां आने वाले लोग भगवान के साथ एक विशेष संबंध बनाते हैं और उनका आत्मा से मिलन होता है।
इस्कॉन मंदिर, वृंदावन, एक ऐसी जगह है जो लोगों को आध्यात्मिकता की दिशा में मार्गदर्शन करती है और उन्हें शांति और प्रेम की अनुभूति करने का मौका देती है।
Location:- भक्तिवेदांत स्वामी मार्ग, रमन रेती, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Time :- सुबह 4:10 बजे से रात 8:15 बजे तक
वृंदावन की प्रसिद्ध जगह – निधिवन
हैलो दोस्तों! आज हम बात करेंगे एक ऐसे स्थान की, जो है वृंदावन का रहस्यमयी हिस्सा – निधिवन। यहां पहुंचने के लिए रात्रि का समय चुनना जरूरी है क्योंकि इस समय भगवान कृष्ण की कुछ रोमांटिक लीलाएं पुनरागमन के लिए सुरक्षित रहती हैं।
निधिवन का एक खास बात यह है कि इसे रात्रि में ही खोला जाता है और यहां हुई कृष्ण-राधा की लीलाएं अपने आप में एक अद्वितीय अनुभव पैदा करती हैं।
निधिवन की हर कली और हर पेड़-पौधे में एक अलग कहानी छुपी है। रात्रि में यहां आने वाले भक्तों को एक शानदार माहौल में विचरण का अद्वितीय अनुभव होता है।
निधिवन में स्थित श्री राधा-कृष्ण का मंदिर भी अपने आप में एक खासी बात है। यहां रात्रि के समय भक्तों को भगवान कृष्ण के साथ रोमांटिक लीलाओं का अनुभव करने का अवसर मिलता है।
इस स्थान की शांति, भक्ति और प्रेम से भरी हवा आपको भगवान कृष्ण के साथ जुड़ने का एक अनूठा अहसास कराएगी। तो दोस्तों, अगर आप भी वृंदावन के इस रहस्यमयी स्थान का अनुभव करना चाहते हैं, तो निधिवन की यात्रा पर निकलें और भगवान कृष्ण के साथ रंगीन लीलाओं में खो जाएं।
Location :- गोपीनाथ बाग, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Time :- सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक
वृंदावन घूमने की जगह – श्री रंगनाथजी मंदिर
वृंदावन की धरती पर एक ऐसा स्थान है जहां सुख-शान्ति का आभास होता है – श्री रंगनाथजी मंदिर! यहां की मिठास ने मेरे दिल को छू लिया है।
मंदिर का दरवाजा खोलते ही मन को आत्मा से मिलने का एहसास होता है। श्री रंगनाथजी की विशाल मूर्ति ने मेरा मन मोह लिया है। यहां की सुन्दरता और शांति का मिलन अद्भुत है।
मंदिर का प्रांगण भी एक अलग कहानी सुनाता है। यहां बैठकर आसमान की चाँदनी और हवा का संगीत सुनना, सच्ची मन की शांति प्रदान करता है।
श्री रंगनाथजी के मंदिर में हमेशा कुछ धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। यहां आने वाले लोग एक-दूसरे से मिलकर अपनी भक्ति की बातें करते हैं, और एक अद्वितीय आत्मिक अनुभव का हिस्सा बनते हैं।
मंदिर के आस-पास का वातावरण भी बहुत शानदार है। वृंदावन की पवित्र धरा में बैठकर, प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेना अद्वितीय है।
श्री रंगनाथजी मंदिर वहां के लोगों के दिलों को छूने वाला है, जो अपनी आध्यात्मिक यात्रा में इसे महत्वपूर्ण बना रहते हैं। यहां आकर मन और आत्मा को एक साथ मिला है, जैसे कि असली धरोहर का आभास होता है।
Location:- रंगनाथ मंदिर, गोदा विहार , वृंदावन , उत्तर प्रदेश , 281121 , भारत
Time :- सुबह 8:00 से दोपहर 12:00 और दोपहर 3:00 से शाम 7:30 बजे
वृंदावन में घूमने की जगह – कात्यायनी शक्तिपीठ
कात्यायनी शक्तिपीठ, वृंदावन, एक जगह है जहां हम अपनी आत्मा को माँ कात्यायनी के साथ जोड़ने का अवसर पाते हैं। यहां आने पर महसूस होता है कि भगवान की कृपा हमेशा हमारे साथ है और हमें सुख, शांति और आनंद का अहसास होता है।
मैंने यहां की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया है, जो माँ कात्यायनी के आत्मिक रूप को छूने का एक माधुर्यपूर्ण तरीका है। इस शक्तिपीठ की आत्मा को महसूस करने के लिए यहां के मंदिर में विशेष पूजा आराधना के दौरान हम भगवान के साथ बातचीत का अनुभव करते हैं।
यहां आने वाले हर भक्त का मानना है कि इस स्थान से जाकर उन्हें जीवन में नई ऊर्जा मिलती है और माँ कात्यायनी का आशीर्वाद सदैव उनके साथ है। इस धार्मिक स्थल का दौरा करके हम न केवल अपनी भक्ति बढ़ाते हैं, बल्कि इसके साथ ही हम इस क्षेत्र की सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि का भी अनुभव करते हैं।
Location:- राधा बाग, गोदा विहार, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Time :- सुबह 7:00 से दोपहर 11:00 और शाम 5:30 से रात 8:00 बजे
वृंदावन घूमने लायक जगह – गोपेश्वर महादेव
वृंदावन का गोपेश्वर महादेव मंदिर एक ऐसा स्थान है जिसे हम सजीवता भरे रूप में महसूस कर सकते हैं। यहां का माहौल एक स्वर्ग सा है, जो शांति और आध्यात्मिकता से भरपूर है। मंदिर में भगवान शिव का आशीर्वाद और साथ ही गोपियों के साथ रास लीला में भगवान शिव की अद्वितीय साकार रूप में पूजा जाता है।
मंदिर का स्थान वृंदावन के हृदय में है और यहां आने पर हम अपनी आत्मा को शांति से भरपूर महसूस करते हैं। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिकता का संगम हमें एक निर्वाण भूमि में ले जाता है।
गोपेश्वर महादेव का मंदिर विभिन्न संगीत, भक्ति और ध्यान की धाराओं का स्रोत है। यहां आने वाले लोग न केवल शिव भगवान की पूजा करते हैं, बल्कि वे यहां के वातावरण से भी अपने आत्मविकास के लिए प्रेरित होते हैं।
गोपेश्वर महादेव, वृंदावन का यह मंदिर एक ऐसा स्थान है जहां हम न शिव भगवान के साथ ही अपनी आत्मा का संवाद करते हैं और न ही ध्यान और धरोहर की दुनिया से दूर होकर अपने अंतर मन की गहराईयों में खो जाते हैं। इस अद्वितीय स्थान का साक्षात्कार करने से हम वास्तविक धरोहर का मूल्यमान और सहज माहौल में प्राप्त करते हैं।
Location:- वंशीवट, मंदिर के पास, गोदा विहार, वृंदावन, उत्तर प्रदेश, 281121, भारत
Time :- सुबह 4:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे और शाम 4:00 बजे से रात 8:30 (सर्दियों में)
सुबह 3:30 बजे से 11:30 बजे और शाम 5:00 बजे से रात 9:00 बजे (गर्मियों में)
वृंदावन की घाट – केशी घाट
केशी घाट, वृंदावन, वह जगह है जहां रुका करते हैं वो लोग जो चाहते हैं एक धार्मिक और शांतिपूर्ण अनुभव प्राप्त करना। जैसे ही तुम घाट की ओर बढ़ते हो, तुम्हें यमुना नदी की सुन्दरता में डूबने का अद्भुत अनुभव होता है। सबसे पहले तुम यहाँ आकर अपने पैरों को धो सकते हो, जिससे एक अद्वितीय पवित्रता की भावना होती है।
यहाँ की सुबह और शाम की आरती तुम्हें भगवान कृष्ण के प्रति आत्मीयता महसूस कराती हैं। मैंने खुद देखा है, लोग यहाँ जाकर बैठ कर एकांतवास में पूर्णता की ओर पहुंचते हैं।
इस घाट पर एक छोटे से मंदिर में बैठे हुए भगवान कृष्ण की मूर्ति देखकर मैंने अपने जीवन को एक नए रूप में महसूस किया। यहाँ का माहौल शांति और आत्मिक संबंध की ओर एक अद्वितीय पथ प्रदान करता है।
केशी घाट वृंदावन का एक ऐसा स्थान है जहां मन और आत्मा एक हो जाते हैं, और यहाँ के धार्मिक सौंदर्य का आनंद लेना कुछ अलग ही होता है।
Location :- परिक्रमा मार्ग, सेवा कुंज, गोतम नगर, गोतम नगर, वृंदावन, उत्तर प्रदेश, 281121, भारत
Time :- सुबह 6:00 बजे से रात 8:00 बजे
शाम की आरती का समय :- शाम 4:00 बजे से शाम 6:00 बजे के बीच
वृंदावन टूरिस्ट प्लेस – श्री राधा रासबिहारी अष्ट सखी मंदिर
श्री राधा रासबिहारी अष्ट सखी मंदिर, वृंदावन, एक ऐसा स्वर्ग सा स्थान है जो भक्तों को भगवान के संग रास लीला का आनंद लेने का मौका देता है। यहां बसने वाली श्री राधा रानी और उनकी अष्ट सखियाँ, कृष्ण के साथ एक प्रेम भरी रास रचाने वाली हैं।
इस मंदिर का परिसर भगवान के प्यार भरे लीलाओं से भरपूर है। रोजाना की पूजा-अराधना में भक्त भगवान के संग सात्विक भावना में रंग रहते हैं और मानो उनका मन दिव्यता से भरा हुआ है।
मंदिर के पास के बगीचे में बैठकर भक्तों को ध्यान और आत्मिक सकारात्मकता का अनुभव होता है। सुबह-शाम होने वाले सत्संग और भक्ति कार्यक्रमों में भक्त भगवान की महिमा गाते हैं और एक-दूसरे के साथ प्रेम भागी बनते हैं।
यहां विभिन्न पूजा उत्सवों में शामिल होना भक्तों के लिए एक आनंदमय अनुभव है, जहां प्रेम और आत्मिक संबंधों को साझा किया जाता है। श्री राधा रासबिहारी अष्ट सखी मंदिर, वृंदावन, जैसे स्वर्ग सा स्थान भक्तों को भगवान के साथ एक सात्विक और प्रेमभरा संबंध बनाए रखने का एक अद्वितीय तरीका प्रदान करता है।
Location:- बांकेबिहारी कॉलोनी, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Time :- सुबह 7:30 से दोपहर 12:30 बजे और शाम 4: 30 बजे से रात 9 बजे
वृंदावन में घूमने वाली जगह – श्री प्रियाकांत जू मंदिर
यहां, वृंदावन के इस खास मंदिर की बात करना अद्भुत है। यहां का माहौल बहुत ही शांतिपूर्ण और आत्मीय है, जो भक्तों को एक विशेष स्पिरिट्युअल यात्रा पर ले जाता है।
मंदिर का नाम “प्रियाकांत जू” है, क्योंकि यहां भगवान कृष्ण की मूर्ति में उनके प्रिय गोपियों के साथ विश्राम की रातें दिखाई जाती हैं। इसके अंदर का वातावरण प्रेम और भक्ति से भरा हुआ है, जिससे आत्मा को शांति की अनुभूति होती है।
मंदिर में हमेशा आराधना और भजन का सौंदर्यपूर्ण माहौल रहता है। यहां आयोजित होने वाले साधु-संतों के सत्संगों में भक्तों को आध्यात्मिक शिक्षा मिलती है और उन्हें भगवान के प्रति अपनी भक्ति में और भी बढ़ावा मिलता है।
श्री प्रियाकांत जू मंदिर वृंदावन में एक अनूठा धार्मिक स्थल है जो आपको सच्चे आनंद और शांति का अहसास कराता है, और इसे अनुभव करने के लिए आपको एक बार जरूर आना चाहिए।
Location :- छटीकरा, मथुरा – वृंदावन मार्ग, वैष्णो देवी मंदिर के पास, वृंदावन, उत्तर प्रदेश 281121
Time :- सुबह 6.00 से 12.30 बजे और शाम 4.30 से 8.30 बजे तक
वृंदावन में घूमने वाली जगह – महावंशी मंदिर
महावंशी मंदिर, वृंदावन – यह जगह नहीं, एक अनुभव है। यहां वहाँ हिन्दू मंदिर है, पर यह अद्वितीयता से भरा हुआ है।
जब मैंने पहली बार महावंशी मंदिर का दर्शन किया, तो मैंने महसूस किया कि यह जगह भगवान कृष्ण के अनगिनत किस्सों और लीलाओं से भरी हुई है। मंदिर की सुंदरता और भव्यता ने मेरे मन को छू लिया।
यहां आकर, मैंने नहीं सिर्फ भक्तिभावना महसूस की, बल्कि मैंने अपने आत्मा के साथ भी एक साक्षात्कार किया। मंदिर के चारों ओर की प्राकृतिक सौंदर्य ने मेरे दिल को भी छू लिया।
यहां हर साल विभिन्न त्योहारों का आयोजन होता है, जहां हम सभी एक-दूसरे के साथ खुशियाँ बाँटते हैं और भगवान कृष्ण के साथ अपनी भक्ति का आनंद लेते हैं।
महावंशी मंदिर ने मेरे जीवन को एक नए दृष्टिकोण से देखने का मौका दिया है, और मैं हमेशा इस पवित्र स्थान की याद रखूँगा।
Location :-Gotam Nagar, Vrindavan, Uttar Pradesh 281121
Time :-सुबह 6.00 से 12.30 बजे और शाम 4.30 से 8.30 बजे तक
वृंदावन में घूमने वाली जगह – राधा गोपीनाथ मंदिर
राधा गोपीनाथ मंदिर, वृंदावन – यह जगह सचमुच में कुछ खास है। जब तक आप वहां पहुंचते हैं, तब तक आपका मन प्रेम और शांति की ओर मुड़ जाता है। मंदिर की ऊँचाई से लगता है कि यह जगह कुछ विशेष है, और जब आप वहां दरबार में पहुंचते हैं, तो वहां की शांति और पवित्रता का मौसम महसूस होता है।
राधा रानी और गोपीनाथ जी की मूर्तियाँ हैं, और इन मूर्तियों की सुंदरता से बहुत ही प्रभावित होते हैं। हर दिन होने वाले पूजा-आरती के कार्यक्रम में भक्तों की भीड़ लगी रहती है, और इस सबका एक अलग ही माहौल होता है।
मंदिर के पूजारियों का भक्तों के साथ सहज और सजीव संबंध होता है, जिससे लगता है कि यहां का माहौल एक परिवार का है। यहां आने वाले हर व्यक्ति को ध्यान और प्रेम का अहसास होता है।
मंदिर के आस-पास का क्षेत्र भी बहुत ही शांतिपूर्ण है, और यहां के छोटे बाग-बगिचे मन को बहुत भाते हैं। यहां के आध्यात्मिक वातावरण ने हमें सीधे भगवान के साथ एक विशेष संबंध का अहसास कराया है।
राधा गोपीनाथ मंदिर वृंदावन में एक ऐसी जगह है जहां हम प्रेम और ध्यान का सात्त्विक अनुभव करते हैं और इस धार्मिक स्थल में हमें अपने जीवन के उद्दीपन का मौका मिलता है।
Location :-Parikrama Marg, Keshi Ghat, Vrindavan, Uttar Pradesh 281121
Time :-सुबह5.00 से 12.30 बजे और शाम 4.00 से 9.00 बजे तक
वृंदावन में घूमने वाली जगह – श्री बनके बिहारी गुड़ीया मंदिर
श्री बनके बिहारी गुड़ीया मंदिर वहां का एक खास मंदिर है जहां बच्चे भगवान कृष्ण के साथ अनोखे खेल-कूद का आनंद लेते हैं। यहां गुड़ीयों का खास स्थान है, और छोटे भक्त इन खिलौनों के साथ खेलकर भगवान कृष्ण के साथ प्यार भरा महसूस करते हैं।
मंदिर का नाम ही कहीं खास है – “बनके बिहारी गुड़ीया मंदिर”, क्योंकि यहां गुड़ीयों को समर्पित खास कक्षाएं हैं। यहां बच्चों को भगवान कृष्ण की कहानियों के साथ-साथ हिन्दू धर्म की शिक्षा भी मिलती है।
मंदिर के आस-पास का माहौल बच्चों को धार्मिकता की शिक्षा देने के लिए विशेष है। यहां बच्चों को बचपन के किस्से और भगवान के साथ खेलने का एक अनूठा अनुभव होता है।
इस मंदिर में एक और रोचक बात यह है कि गुड़ीयों को खरीदकर उन्हें भगवान कृष्ण को अर्पित करने का विकल्प भी है, जिससे बच्चों को एक अनूठा और भावनापूर्ण अनुभव होता है।
इस मंदिर का दौरा करना बच्चों के लिए मस्ती भरा सफर हो सकता है, जहां उन्हें भगवान कृष्ण के साथ मस्ती करने का और धार्मिकता की शिक्षा का मौका मिलता है।
Location :-Bihari Pura, Raman Reiti, Vrindavan, Uttar Pradesh 281121
Time :-सुबह 7.00 से 12.30 बजे और शाम 4.00 से 9.00 बजे तक
आशा है कि यह लेख आपकी वृंदावन की यात्रा को और भी अनुप्रयोगी बना देगा। आपके पास अगर इससे संबंधित कोई सवाल या सुझाव है तो कृपया उन्हें कमेंट में साझा करें। अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करें।
और अगर आपको वृंदावन के बारे में और जानकारी चाहिए या कोई खास स्थान की सुझाव चाहिए तो हमें बताएं। हम खुशी से आपकी मदद करेंगे और और जानकारी प्रदान करेंगे।